अगस्त में भारत का थोक मूल्य सूचकांक 1.31% बढ़ा, जो 1.85% के पूर्वानुमान से कम है। खाद्य पदार्थों की कीमतों में 3.26% की वृद्धि हुई, जबकि सब्जियों की कीमतों में 10.01% की गिरावट आई।
मंगलवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अगस्त माह में भारत का थोक मूल्य सूचकांक एक वर्ष पूर्व की तुलना में 1.31% बढ़ा।
रॉयटर्स द्वारा सर्वेक्षण किये गये अर्थशास्त्रियों ने अगस्त में थोक मूल्य मुद्रास्फीति का अनुमान 1.85% लगाया था। जुलाई में मुद्रास्फीति 2.04% थी।
खाद्य पदार्थों की कीमतों में पिछले साल की तुलना में 3.26% की वृद्धि हुई, जबकि जुलाई में इसमें 3.55% की वृद्धि हुई थी। अनाज की कीमतों में पिछले साल की तुलना में 8.44% की वृद्धि हुई, जबकि जुलाई में इसमें 8.96% की वृद्धि हुई थी।
सब्जियों की कीमतों में जुलाई में 8.93% की गिरावट के मुकाबले इस वर्ष 10.01% की गिरावट आई।
विनिर्मित उत्पादों की कीमतों में पिछले महीने की तुलना में 1.58% की वृद्धि के मुकाबले साल-दर-साल 1.22% की वृद्धि हुई। ईंधन और बिजली की कीमतों में जुलाई में 1.72% की वृद्धि के मुकाबले साल-दर-साल 0.67% की गिरावट आई।
पिछले सप्ताह के आंकड़ों से पता चला कि भारत की खुदरा मुद्रास्फीति लगातार दूसरे महीने केंद्रीय बैंक के 4% के लक्ष्य से नीचे रही, लेकिन सब्जियों की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, जिससे अगली मौद्रिक नीति बैठक में नरम रुख की उम्मीदें धूमिल हो गई हैं।
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समाचार/व्यापार/ ईंधन की कीमतें नकारात्मक होने से भारत की अगस्त थोक मुद्रास्फीति घटकर 1.31% पर आ गई