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चुनाव परिणाम के दिन अडानी समूह के सभी शेयरों में गिरावट: 10 लाख करोड़ का बाजार पूंजीकरण खत्म

लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने पर अडानी समूह के सभी शेयरों में गिरावट आई।

अडानी समूह का लोगो अहमदाबाद के बाहरी इलाके में स्थित इसकी एक इमारत के सामने की ओर देखा जा सकता है। (अमित दवे / रॉयटर्स)
अडानी समूह का लोगो अहमदाबाद के बाहरी इलाके में स्थित इसकी एक इमारत के सामने की ओर देखा जा सकता है। (अमित दवे / रॉयटर्स)

अडानी समूह की अंबुजा सीमेंट्स 6.50% गिरकर 627 रुपये पर आ गई। अडानी एंटरप्राइजेज खुद 5.915% गिरकर 3429.80 रुपये पर आ गई। अडानी ग्रीन एनर्जी 5.11% गिरकर 1933.50 रुपये पर आ गई। एसीसी 4.52% गिरकर 2556.50 रुपये पर आ गई। अडानी विल्मर 3.94% गिरकर 353.85 रुपये पर आ गई। अडानी पावर 2.81% गिरकर 850.40 रुपये पर आ गई।

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मॉर्गन स्टेनली ने पहले अडानी पोर्ट्स को ‘ओवरवेट’ रेटिंग दी थी और प्रति शेयर 1517 रुपये का लक्ष्य रखा था। अडानी पोर्ट्स 6.09% गिरकर 1488.50 रुपये पर आ गया।

अदानी पोर्ट्स, अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी वैश्विक ब्रोकरेज सीएलएसए द्वारा “मोदी स्टॉक्स” शब्द के अंतर्गत आए, जिसमें 54 कंपनियों की पहचान की गई, जो पीएम मोदी की नीतियों के प्रत्यक्ष लाभार्थी हो सकते हैं।

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जेफरीज ने अडानी की कंपनियों के प्रति भी सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखा है और कहा है कि समूह हिंडनबर्ग रिपोर्ट के कारण हुए नुकसान से उबर चुका है तथा विस्तार के लिए अगले दशक में 90 बिलियन डॉलर के पूंजीगत व्यय की योजना बना रहा है।

ब्रोकरेज फर्म ने अडानी एंटरप्राइजेज को 3,800 रुपये, अडानी पोर्ट्स को 1,640 रुपये और अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस को 1,365 रुपये के लक्ष्य मूल्य के साथ ‘खरीदें’ रेटिंग दी।

पिछले साल जनवरी में, अमेरिका स्थित एक्टिविस्ट शॉर्ट-सेलर, हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी समूह पर एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें अकाउंटिंग धोखाधड़ी, स्टॉक मूल्य हेरफेर और टैक्स हेवन के अनुचित उपयोग का आरोप लगाया गया था। अडानी समूह ने सभी आरोपों से इनकार किया। इसके बावजूद, अडानी के शेयरों पर काफी असर पड़ा।

जेफरीज की रिपोर्ट के अनुसार, अडानी समूह ने तब से वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान अपने ऋण और संस्थापकों के शेयर गिरवी को कम करने पर ध्यान केंद्रित किया है। वित्त वर्ष 24 में समूह का कर पश्चात लाभ (पीएटी) 55 प्रतिशत बढ़कर 30,768 करोड़ रुपये हो गया।


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