बहरामपुर की हार के बाद अधीर चौधरी को आने वाले दिनों में अपने लिए ‘कठिनाइयां’ नजर आ रही हैं | ताजा खबरें भारत
कांग्रेस पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने आने वाले दिनों में अपने लिए “कठिनाइयों” की भविष्यवाणी की है। उनका यह बयान बहरामपुर संसदीय क्षेत्र में हार के बाद आया है, जिसने उन्हें 1999 से लगातार पांच बार लोकसभा में पहुंचाया है।
हाल ही में हुए आम चुनावों में चौधरी को पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान ने 85,000 से ज़्यादा वोटों से हराया था। चुनाव आयोग के मुताबिक, राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की ओर से मैदान में उतरे पठान को 524,516 वोट मिले, जबकि चौधरी को 439,494 वोट मिले।
चुनाव परिणाम घोषित होने के एक दिन बाद बुधवार को उन्होंने एक टीवी चैनल से कहा, “मैं खुद को बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) सांसद कहता हूं। राजनीति के अलावा मेरे पास कोई और हुनर नहीं है। इसलिए आने वाले दिनों में मेरे सामने मुश्किलें आएंगी और मुझे नहीं पता कि उनसे कैसे पार पाया जाए।”
वरिष्ठ राजनेता, जो मुख्यमंत्री और तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी के कटु आलोचक हैं, ने यह भी बताया कि वह क्यों सोचते हैं कि वह एक “बीपीएल सांसद” हैं।
उन्होंने कहा, “इस (पश्चिम बंगाल) सरकार से लड़ने के प्रयास में मैंने अपनी आय के स्रोतों की उपेक्षा की है।”
चौधरी ने आगे कहा कि वह अपना सरकारी आवास खाली करने के लिए शीघ्र ही दिल्ली जाने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक छात्रा होने के नाते उनकी बेटी अक्सर पढ़ाई के लिए इस स्थान का उपयोग करती है।
वरिष्ठ नेता से यह भी पूछा गया कि क्या वह हार के बाद भी पीसीसी (प्रदेश कांग्रेस कमेटी) के अध्यक्ष बने रहेंगे। उन्होंने जवाब दिया कि वह पहले इस पद से इस्तीफा देना चाहते थे।
उन्होंने कहा, “मैंने अपने नेताओं से आग्रह किया कि वे इस काम के लिए मुझसे ज़्यादा योग्य व्यक्ति को चुनें। मैं (पूर्व कांग्रेस प्रमुख) सोनिया गांधी के अनुरोध पर रुका रहा। मुझे अभी तक अपने नेताओं से कोई कॉल नहीं आया है। जब मुझे कॉल आएगा तो मैं अपनी इच्छा दोहराऊंगा।”
(पीटीआई इनपुट्स के साथ)
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