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दिल्ली में खाने-पीने के शौकीनों के लिए एक बेहतरीन जगह – दिल्ली के स्वाद का अनुभव करने के लिए सबसे बेहतरीन फूड ट्रेल

भारत का दिल दिल्ली, अपनी संस्कृति की तरह ही विविधतापूर्ण स्वादों से भरा हुआ है। इस चहल-पहल भरे महानगर में एक दिन एक ऐसा लजीज रोमांच हो सकता है जो आपके स्वाद को प्रभावित करता है और आपको और अधिक खाने की लालसा देता है। शहर का अनुभव करने और इसे इसके सबसे बुनियादी रूप में देखने के लिए आपको बस एक पूरा दिन चाहिए। पुरानी दिल्ली की गलियों से लेकर खान मार्केट की आकर्षक गलियों तक, हर निवाला परंपरा, संस्कृति और पाक कला की नवीनता की कहानी बयां करता है। आइए, भोर से लेकर तारों की चमक तक, दिल्ली की गलियों में आपकी पाक यात्रा को तैयार करने में आपकी मदद करें।

स्टॉप 1: जामा मस्जिद के सामने – जल्दी नाश्ता (सुबह 5-7 बजे)

कैसे पहुंचें: जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन पहुंचें और जामा मस्जिद के गेट नंबर 1 के सामने से 5 मिनट पैदल चलें।

मसालों की खुशबू और जामा मस्जिद में गरम तवे की तड़तड़ाहट के साथ अपने दिन की शुरुआत करें। यह एक संकरी सड़क है जो ऊर्जा से भरी हुई है। यहाँ, ताज़ी पकी हुई रोटी और उबलती करी की खुशबू के बीच, कई होल-इन-द-वॉल भोजनालयों में से एक में हार्दिक भोजन का आनंद लें। रसीले कबाब से लेकर फूली हुई खमीरी रोटी और भरपूर निहारी तक, हर निवाला दिल्ली की पाक विरासत का जश्न मनाता है। अपने दिन की बेहतरीन शुरुआत के लिए गर्म दूध पीना और मलाईदार मक्खन का मज़ा लेना न भूलें। असंख्य विकल्पों में से, हम रेहमतुल्लाह होटल, कल्लू निहारी और हाजी टी पॉइंट की अत्यधिक अनुशंसा करते हैं।

स्टॉप 2: जामा मस्जिद में दर्शनीय स्थल (सुबह 7-8 बजे)

शानदार भोजन के बाद, आराम से जामा मस्जिद की ओर टहलें, जो भारत की सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक है, जिसे मुगल बादशाह शाहजहाँ ने बनवाया था। जटिल वास्तुकला का अन्वेषण करें और इस ऐतिहासिक चमत्कार की शांति में डूब जाएँ।

तीसरा पड़ाव: ऐतिहासिक लाल किले का भ्रमण (सुबह 8-10 बजे)

कैसे पहुँचें: जामा मस्जिद से ऑटो या ई-रिक्शा द्वारा लाल किला पहुँचें।

जामा मस्जिद से, मुगल भव्यता के प्रतीक, राजसी लाल किले तक पहुँचें। प्रसिद्ध वास्तुकार उस्ताद अहमद लाहौरी द्वारा डिज़ाइन किया गया यह किला बीते युगों की कहानियाँ सुनाता है। इसके अलंकृत महलों और भव्य प्राचीरों का अन्वेषण करें, और दिल्ली के समृद्ध इतिहास में गहराई से गोता लगाएँ।

स्टॉप 4: पुरानी दिल्ली में हार्दिक ब्रंच (सुबह 10 बजे – दोपहर 12 बजे)

कैसे पहुंचें: लाल किले से दरीबा कलां तक ​​पैदल जाएं या ई-रिक्शा लें।

जैसे-जैसे सूरज ऊपर चढ़ता है, पुरानी दिल्ली की जीवंत सड़कों पर ब्रंच के लिए निकल पड़िए। आप चांदनी चौक की जीवंतता का अनुभव इस वॉक-ड्राइव पर कर सकते हैं, इससे पहले कि यह खरीदारों से भर जाए। चांदनी चौक की भूलभुलैया वाली गलियों से गुजरें और अपने स्वाद को कई तरह के स्वादों से भर दें।

पुरानी दिल्ली में अवश्य घूमने योग्य स्थान:

1. पुराने प्रसिद्ध जलेबी वाला – दरीबा कलां:

200 से ज़्यादा सालों से स्वाद कलियों को खुश करने वाली जलेबियों के साथ इतिहास में कदम रखिए। यह मशहूर दुकान बड़ी, रसीली और बेहद मीठी जलेबियाँ पेश करती है, जिन्हें खाने के लिए आप बार-बार आते रहेंगे।

2. परांठे वाली गली:

स्वादिष्ट जलेबियों का आनंद लेने के बाद, तले हुए, संतोषजनक परांठों की दावत के लिए परांठे वाली गली में जाएँ। आलू या पनीर जैसे क्लासिक विकल्पों में से चुनें, या रबड़ी या पापड़ पराठा जैसी अनूठी किस्मों को आज़माएँ। लगभग 60 अलग-अलग परांठे उपलब्ध होने के कारण, हर किसी के लिए कुछ न कुछ है।

3. नटराज दही भल्ला कॉर्नर – परांठे वाली गली के सामने:

चांदनी चौक की यात्रा स्वादिष्ट चाट का स्वाद लिए बिना पूरी नहीं होती। नटराज में दही भल्ला या आलू टिक्की का स्वाद लें, जिसमें मीठी दही, अनार की चटनी और केले के टुकड़े के साथ कुरकुरी टिक्की होती है। इसे ज़रूर आज़माएँ!

4. गोले हट्टी – फतेहपुरी:

परांठे वाली गली से फ़तेहपुरी की ओर जाएँ और गोले हट्टी में छोले कुलचे का अविस्मरणीय अनुभव लें। उनके विशेष छोले, जो लगभग बिना तेल के बनाए जाते हैं, मुलायम, स्पंजी कुल्चों के साथ बहुत अच्छे लगते हैं, जो इसे छोले प्रेमियों के लिए एक बेहतरीन विकल्प बनाते हैं।

5. ज्ञानी की दी हट्टी – खारी बावली:

एशिया के सबसे बड़े मसाला बाजार खारी बावली से थोड़ी ही दूर पर ज्ञानी की दी हट्टी है। शहर में सबसे बेहतरीन रबड़ी फालूदा के लिए मशहूर, ज्ञानी की यह पहली दुकान अपने सदाबहार, दिल को छू लेने वाले स्वाद से लोगों का दिल जीत रही है। इसे मिस न करें!

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चांदनी चौक स्ट्रीट फूड के लिए मशहूर है। फोटो साभार: iStock

स्टॉप 5: लंच के लिए मजनू का टीला (दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक)

कैसे पहुंचें: विधानसभा मेट्रो स्टेशन तक मेट्रो लें और वहां से टैक्सी या ऑटो लें या लगभग 25 मिनट पैदल चलकर मजनू का टीला पहुंचें।

एक संतोषजनक ब्रंच के बाद, दिल्ली के अपने छोटे तिब्बत, मजनू का टीला के लिए मेट्रो पर चढ़ें। मोमोज की खुशबू और स्थानीय लोगों की चहल-पहल से भरी सड़कों में खुद को डुबो लें। लंच के लिए जाने से पहले आप यहां बजट-फ्रेंडली शॉपिंग का भी आनंद ले सकते हैं।

मजनू का टीला में अवश्य घूमने योग्य स्थान:

1. एएमए कैफे:

एएमए कैफे मजनू का टीला में सबसे लोकप्रिय खाने की जगहों में से एक है। आलू खटसा, अंडे और तिब्बती ब्रेड से बने स्वादिष्ट हिमालयी भोजन का आनंद लें। वे स्वादिष्ट पिज्जा और कॉफी के साथ क्लासिक अंग्रेजी नाश्ता भी परोसते हैं।

2. रिगो रेस्तरां:

रिगो रेस्तराँ में आपको इतालवी और एशियाई व्यंजनों के साथ-साथ शेक, मॉकटेल, चाय और कॉफी की विविधतापूर्ण मेन्यू मिलेगी। यह उन कुछ जगहों में से एक है जहाँ स्वादिष्ट सुशी सहित विशेष जापानी मेन्यू मिलता है!

3. यमुना कैफे:

यमुना के तट पर स्थित, यमुना कैफ़े अपने विशाल, हवादार माहौल के कारण सबसे अलग है। यह कैफ़े बेहतरीन पिज़्ज़ा और पास्ता परोसता है, जो इसे एक बेहतरीन जगह बनाता है।

4. कोरी:

अपने प्रामाणिक कोरियाई व्यंजनों के लिए मशहूर कोरी की खास कोरियाई थाली एक इत्मीनान से खाने के लिए एकदम सही है। यह आराम करने और घंटों तक बढ़िया खाने का आनंद लेने के लिए एक आदर्श जगह है।

5. खाम कॉफी हाउस:

खाम कॉफी हाउस में कॉफी और मिठाइयों के साथ अपने मजनू का टीला ट्रेल का समापन करें। आपको विचित्र और आकर्षक तिब्बती सजावट पसंद आएगी। उनके मिठाइयों, खासकर स्वादिष्ट गाजर केक को ज़रूर आज़माएँ, जो एक शानदार अनुभव होगा!

छठा पड़ाव: गुरुद्वारा बंगला साहिब में प्रार्थना (दोपहर 2 बजे से 3 बजे तक)

कैसे पहुँचें: विधानसभा मेट्रो स्टेशन से वापस जाएँ और राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पहुँचें।

गुरुद्वारा बंगला साहिब में प्रार्थना करके हलचल भरे शहर के बीच शांति के कुछ पल बिताएं। अपने अगले रोमांच से पहले सुखदायक भजनों और शांत वातावरण को अपनी आत्मा को तरोताजा करने दें।

स्टॉप 7: कॉनॉट प्लेस – कॉफी और शॉपिंग (दोपहर 3 बजे – शाम 6 बजे)

कैसे पहुँचें: गुरुद्वारा बंगला साहिब से ऑटो या टैक्सी लें।

मॉल के युग से पहले, कॉनॉट प्लेस दिल्ली में खरीदारी के लिए सबसे पसंदीदा जगह थी। यह देखकर आश्चर्य होता है कि यह अभी भी है। इस विशाल क्षेत्र में कई ब्रांड, रेस्तरां और कैफ़े हैं जो खरीदारी, भोजन और कॉफ़ी के लिए बेहतरीन जगह हैं। कॉनॉट प्लेस में एक सुकून भरी दोपहर का आनंद लें।

कनॉट प्लेस में अवश्य देखने योग्य स्थान:

1. द बिग चिल कैफे:

दिल्ली में इटैलियन व्यंजन पसंद करने वालों के लिए बिग चिल कैफ़े कई साल पहले से ही एक पसंदीदा जगह है। यहाँ के भरपूर पिज़्ज़ा और क्रीमी पास्ता, यहाँ तक कि सेहतमंद सलाद भी बहुत स्वादिष्ट हैं। और मड पाई, तिरामिसू और बैनोफ़ी पाई जैसी उनकी स्वादिष्ट मिठाइयों को कौन भूल सकता है? एक सच्चा आनंद!

2. इंडियन कॉफी हाउस:

इस प्रतिष्ठित भोजनालय का ज़िक्र करना ज़रूरी है। अपने किफ़ायती भोजन और कॉफ़ी के लिए मशहूर, इंडियन कॉफ़ी हाउस आज भी लोकप्रिय है। डोसा से लेकर ऑमलेट तक, यहाँ का हर व्यंजन आरामदायक और घरेलू एहसास देता है।

3. यति – द हिमालयन किचन:

प्रामाणिक एशियाई व्यंजनों के प्रशंसकों के लिए, यति तिब्बती, चीनी और उत्तर पूर्वी व्यंजनों के लिए एक बेहतरीन जगह है। विस्तृत मेनू में कई तरह के आकर्षक विकल्प उपलब्ध हैं। वास्तव में स्वादिष्ट अनुभव के लिए उनके झोल मोमोज, थुकपा नूडल्स और मोथुक को ज़रूर आज़माएँ।

4. वेन्गर बेकरी

यह दिल्ली की सबसे पुरानी और सबसे ज़्यादा पसंद की जाने वाली बेकरी में से एक है। स्विस स्टाइल की पेस्ट्री और पैटीज़ जैसे स्नैक्स का स्वाद आज भी उतना ही अच्छा है जितना सालों पहले था।

कॉनॉट प्लेस एक संपूर्ण अनुभव प्रदान करता है

कॉनॉट प्लेस एक संपूर्ण अनुभव प्रदान करता है
फोटो क्रेडिट: iStock

स्टॉप 8: डिनर के लिए खान मार्केट (शाम 6 बजे से रात 9 बजे तक)

कैसे पहुँचें: कॉनॉट प्लेस से खान मार्केट पहुँचने का सबसे अच्छा तरीका ऑटो या कैब है, जिसमें लगभग 20 मिनट लगेंगे। आप राजीव चौक से आरके आश्रम मार्ग तक मेट्रो भी ले सकते हैं और खान मार्केट तक 2 मिनट पैदल चल सकते हैं।

शाम ढलते ही खान मार्केट की ओर निकल पड़िए, यह खाने के शौकीनों और लग्जरी शॉपिंग करने वालों के लिए स्वर्ग है। गलियों की भूलभुलैया में खो जाइए और अपने स्वाद को एक लजीज अनुभव से भर दीजिए।

खान मार्केट में अवश्य जाने वाले रेस्तरां:

1. ग्रीन मैंटिस

ग्रीन मेंटिस एक ऐसा डाइनिंग स्पॉट है जो पूरे दिन खुला रहता है और विभिन्न देशों के एशियाई व्यंजनों में माहिर है। इसमें हरे, पौधे-आधारित व्यंजनों से भरा मेनू है, जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित व्यंजन बनाने के लिए स्थानीय रूप से प्राप्त, ताजा, जैविक और मौसमी सामग्री का उपयोग किया जाता है। उनके स्वादिष्ट डिम सम और बाओ को न चूकें।

2. सीएएआरए

स्टाइलिश प्योर होम + लिविंग (PHL) के भीतर स्थित, CAARA एक ऐसा रेस्तराँ है जो पाक कला की बारीकियों को सौंदर्यपूर्ण आनंद के साथ जोड़ता है। रेस्तराँ के शांत नीले रंग एक शांत वातावरण बनाते हैं। रुकोला और बकरी पनीर के साथ CAARA एग्लियो ई ओलियो चिकन पिज्जा को ज़रूर आज़माएँ, जो मेनू पर एक बेहतरीन डिश है।

3. एंड्रियाज़ बार और ब्रैसरी

एंड्रियाज़ बार और ब्रैसरी न्यूयॉर्क, पेरिस और लंदन ब्रैसरी की याद दिलाने वाला माहौल प्रदान करता है। मेनू में एंड्रिया के पसंदीदा व्यंजन दुनिया भर से हैं, जिनमें इटली, मध्य पूर्व, दक्षिण पूर्व एशिया और अमेरिका शामिल हैं।

4. लाडूरी

लाडुरी एक प्रसिद्ध फ्रेंच बेकरी है जो अपने बेहतरीन पेरिसियन व्यंजनों के लिए जानी जाती है। बेकरी में कई तरह के प्रामाणिक पेरिसियन व्यंजन मिलते हैं जो फ्रेंच व्यंजनों के किसी भी प्रेमी को ज़रूर पसंद आएंगे।

क्या अभी भी आपका काम पूरा नहीं हुआ? यदि अभी भी रात होने को लेकर जल्दी है या आपका पेट और अधिक अच्छा खाना खा सकता है, या यदि आप पार्टी करने के मूड में हैं, तो हमारे पास आपके लिए एक और गंतव्य है।

स्टॉप 9: महरौली (रात 9 बजे के बाद)

कैसे पहुँचें: खान मार्केट से महरौली तक टैक्सी या ऑटो लें।

जैसे-जैसे रात ढलती है, महरौली की ओर बढ़ें, जहाँ इतिहास समकालीन आकर्षण से मिलता है। बार, नाइट क्लब और रेस्तराँ से सजी चहल-पहल भरी सड़कों पर घूमें, जहाँ से दिल्ली की जीवंत नाइटलाइफ़ और कुतुब मीनार का शानदार नज़ारा देखने को मिलता है।

महरौली में अवश्य देखने योग्य स्थान:

1. रूह

महरौली के अंबावट्टा कॉम्प्लेक्स की पहली मंजिल पर स्थित, रूह कुतुब मीनार के शानदार दृश्य प्रस्तुत करता है। यह रेस्टोरेंट अपने आधुनिक भारतीय व्यंजनों के लिए जाना जाता है, जिसमें एक अनोखा ट्विस्ट और प्रस्तुति पर ज़ोर दिया जाता है।

2. बो-ताई

बो-ताई का नाम आधुनिक यूरोप में डिनर पार्टियों और कॉकटेल समारोहों में पुरुषों द्वारा पहनी जाने वाली बो टाई की ओर इशारा करता है। अल-फ्रेस्को और इनडोर बैठने की व्यवस्था के साथ, स्पंदनशील संगीत के साथ, बो-ताई एक अवंत-गार्डे भोजन अनुभव प्रदान करता है।

3. काकापो

दिल्लीवासियों के लिए अपनी शुरुआत से ही पसंदीदा जगह, महरौली में काकापो एशियाई मेनू पेश करता है जो सीमाओं से परे है। यह विभिन्न देशों में एक स्वादिष्ट पाक यात्रा प्रदान करता है, जिसमें विभिन्न प्रकार की सामग्री और तकनीकें शामिल हैं।

4. व्याकरण कक्ष

चहल-पहल भरे महरौली इलाके में स्थित, ग्रामर रूम खाने-पीने के शौकीनों और कॉकटेल प्रेमियों के लिए एक पसंदीदा जगह है। यहाँ जोशीला संगीत, बेहतरीन कॉकटेल और आरामदायक माहौल है।

5. ड्राम्ज़

राजसी कुतुब मीनार के सामने स्थित ड्रामज़ के टेरेस कैफ़े में कई तरह के यूरोपीय व्यंजन परोसे जाते हैं, जिनमें लोकप्रिय सुशी और डिम सम विकल्प शामिल हैं। कैरिबियन चिकन भी ज़रूर आज़माना चाहिए।

जैसे-जैसे दिन खत्म होने वाला है, दिल्ली में इस पाक-कला यात्रा के दौरान आपने जो स्वाद और यादें बटोरी हैं, उन्हें याद करें। तो, अगली बार जब आप दिल्ली में हों, तो अपनी स्वाद कलियों को आगे बढ़ने दें और इस लजीज स्वर्ग के हर पल का आनंद लें।




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