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बाजार में तीन दिन की गिरावट में निवेशकों को ₹22 लाख करोड़ का नुकसान

निवेशकों की संपत्ति में भारी गिरावट बाजार में तीन दिनों की गिरावट के दौरान 22 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, तथा बीएसई बेंचमार्क सेंसेक्स में 4 प्रतिशत की गिरावट आई।

मुंबई में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) भवन के सामने लगी सेंसेक्स के नतीजों को प्रदर्शित करने वाली स्क्रीन को देखते लोग। (रॉयटर्स)
मुंबई में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) भवन के सामने लगी सेंसेक्स के नतीजों को प्रदर्शित करने वाली स्क्रीन को देखते लोग। (रॉयटर्स)

तीन दिनों में सेंसेक्स 3,274.48 अंक या 3.99 प्रतिशत लुढ़क गया। यह बड़ा सुधार 1 अगस्त को बेंचमार्क इंडेक्स के 82,129.49 के अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंचने के बाद आया।

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बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में गिरावट 22,02,996.27 करोड़ तक पहुंचना है। तीन कारोबारी दिवसों में 4,39,59,953.56 करोड़ (5.24 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर) का कारोबार हुआ।

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सोमवार को सेंसेक्स 2,222.55 अंक या 2.74 प्रतिशत गिरकर 78,759.40 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 2,686.09 अंक या 3.31 प्रतिशत गिरकर 78,295.86 पर बंद हुआ।

मंगलवार को सेंसेक्स 166.33 अंक या 0.21 प्रतिशत गिरकर 78,593.07 पर बंद हुआ, जबकि दिनभर के कारोबार में इसमें 1,092.68 अंक या 1.38 प्रतिशत की तेजी आई थी।

मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, “अमेरिका और यूरोपीय शेयर बाजारों में नकारात्मक धारणा बनी रही, जिसका असर स्थानीय बाजारों पर पड़ा। बैंकिंग, दूरसंचार और ऑटो शेयरों में मुनाफावसूली के कारण सूचकांकों में भारी गिरावट आई। शुरुआती कारोबार में 1,000 अंक से अधिक की तेजी के बाद बाजार लगातार बढ़त खोते गए और लाल निशान में चले गए।”

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सोमवार को जापानी और अन्य वैश्विक बाजारों में भारी गिरावट ने दलाल स्ट्रीट पर कहर बरपाया। साथ ही, कमजोर रोजगार आंकड़ों ने निवेशकों में अमेरिकी बाजार में संभावित मंदी की आशंका को लेकर घबराहट पैदा कर दी।

सोमवार को शेयरों में भारी गिरावट के बाद बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में गिरावट आई। 15,32,796.1 करोड़ रु. 4,41,84,150.03 करोड़ (5.27 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर)।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “घरेलू बाजार ने एशियाई बाजारों की तरह वापसी की कोशिश की। हालांकि, यह तेजी ज्यादा देर तक नहीं टिकी और 24,000 के निचले स्तर पर बंद हुई। निवेशकों की नजर येन में तेजी, कमजोर अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों और बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव पर है।”

मंगलवार को व्यापक बाजार में बीएसई मिडकैप सूचकांक में 0.71 प्रतिशत तथा स्मॉलकैप सूचकांक में 0.57 प्रतिशत की गिरावट आई।

सूचकांकों में दूरसंचार में 1.15 प्रतिशत, वित्तीय सेवाओं में 1.03 प्रतिशत, उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं में 0.92 प्रतिशत, बैंकेक्स में 0.76 प्रतिशत तथा उपभोक्ता विवेकाधीन वस्तुओं में 0.48 प्रतिशत की गिरावट आई।

आईटी, रियल्टी, एफएमसीजी और सेवाएं लाभ में रहीं।

रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजीत मिश्रा ने कहा, “सोमवार की गिरावट के बाद बाजार में उतार-चढ़ाव रहा और मिश्रित संकेतों के बीच मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ। शुरुआत में वैश्विक सूचकांकों में सुधार से बढ़त की शुरुआत हुई, लेकिन दिग्गज शेयरों, खासकर बैंकिंग क्षेत्र पर दबाव के कारण बढ़त खत्म हो गई।”


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